हमने अपने प्रयासों से आपके लिए यह कहानी “जिंदगी का सुनहरा अवसर” प्रस्तुत की है, जो आपके अंदर, अच्छे-बुरे के द्वन्द को तो ख़त्म करेगी ही साथ ही आपको आपके जीवन के प्रति निष्ठवान और दुसरो के प्रति दयालु तथा प्रत्येक स्तिथि से किस प्रकार निकला जाए, उसमे भी आपकी सहायता करेगी। हमारी प्रत्येक कहानी का यही उद्देश्य है कि वे आपके अंदर के अच्छे व्यक्ति को बाहर लाये तथा इससे पढ़कर आपको संतुष्टि मिले और ऐसे विचार आये जो आपके कार्य या जीवन के लिए कारगर सिद्ध हो।
किसी गांव (Village) में एक युवक रहता था वह मज़दूर की बेटी से बहुत प्रेम करता था एवं वह उसी से शादी (Marriage) भी करना चाहता था और यही इच्छा लेकर वह युवक उस मज़दूर के पास गया और कहा कि “मैं आपकी बेटी से बहुत प्रेम करता हूँ और मैं उसी से शादी करना चाहता हूं !
मज़दूर ने उस युवक को बड़ी ध्यान से देखा और कहा कि “तुम मेरी बेटी से एक ही शर्त (Betting/Condition) पर शादी कर सकते हो ! वह युवक ने शर्त पूछी तो वह मज़दूर उसको एक खाली स्थान (Empty Place) पर ले गया और वहां तीन मुर्गियों को लाया और उन मुर्गियों को छोड़ दिया और उस युवक से कहा कि अगर तुमने इन तीनो मुर्गियों में से किसी एक मुर्गी को भी पकड़ लिया तो मैं तुम्हारी शादी अपनी बेटी से करवा दूंगा !
युवक तैयार (Ready) हो गया और वो मुर्गियों को पकड़ने की मुद्रा में खड़ा हो गया और वो मुर्गियों को पकड़ने के लिए भागा लेकिन वो जिस मुर्गी को पकड़ने के लिए भाग रहा था उसकी चोंच (Beak) काफी डरावनी (Frightful) लग रही थी और उसने सोचा की अगर इसने कहीं चोंच मार दी तो गहरी चोट लग जायगी फिर उसने यह निर्णय किया कि वह अगली मुर्गी को पकड़ेगा और वह अगली मुर्गी को पकड़ने के लिए भागा और वह उसको पकड़ने ही वाला था कि उस मुर्गी की चोंच (Beak) पहले वाली मुर्गी से कहीं ज्यादा डरावनी (Frightful) थी और उस युवक ने सोचा कि इससे अच्छा तो वो पहले वाली मुर्गी ही थी और इसी तरह वह उस मुर्गी से भी डर गया और उसने आखिरकार (Finally) ठान लिया कि वह आखिरी मुर्गी को जरूर पकड़ेगा और इसी तरह वह भागता भागता तीसरी वाली मुर्गी के पीछे लग गया और उसके चहरे पर काफी उल्लास भी था क्योंकि तीसरी वाली मुर्गी काफी कमज़ोर (Weak) दिख रही थी और उसने मन में बैठा लिया था कि वह इस मुर्गी को पकड़ कर ही दम लेगा एवं जैसे ही वह उस मुर्गी को पकड़ने के लिए हाथ बढ़ाता है तभी उस मुर्गी को देखकर उसको याद आता है कि यह तो वही मुर्गी है जिसने कल दो व्यक्तियों को काटा था और वह उस मुर्गी को भी देखकर डर गया उसने अपना हाथ पीछे कर लिया और देखते ही देखते तीसरी मुर्गी भी हाथ से निकल गयी !
आखिरकार (Finally) वह मज़दूर उस युवक के पास आया और कहा “तुमने एक भी मुर्गी नही पकड़ी और तुमने अपनी शर्त भी पूरी नहीं की और इसलिए मैं अपनी बेटी की शादी तुमसे नहीं करवा सकता क्योंकि तुम मिले हुए अवसर को सही ढंग से उपयोग नहीं कर पाए और अगर तुम ऐसे ही जिंदगी भर अच्छे अवसर के इंतज़ार में पड़े रहे तो ये तुम्हारी जिंदगी भी अच्छे अवसर के तलाश में छोटी पड़ जायगी !
MORAL :- “इससे कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि जिंदगी अवसरों से भरी हुई है जहाँ कुछ अवसर तो काफी सरल होते हैं तो कहीं काफी कठिन लेकिन यदि पहला अवसर गवां ,तो फिर वह अवसर जीवन में कभी नहीं आता l इसलिए जो भी अवसर सामने आये ,उसका फायदा तुरंत ही उठा लेना चाहिए ,चाहे वह अवसर कितना कठिन ही प्रतीत क्यों ना हो क्योंकि जरुरी नहीं कि दूसरा अवसर इस पहले अवसर की तुलना में सरल होगा”!!
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